Which One Is Better Petrol Or Diesel Car
अगर आप न्यू कार खरीदने जाते हो तो एक सबसे बड़ा कन्फ्यूजन आपके दिमाग में यह होता है कि डीजल वेरिएंट खरीदें या फिर पेट्रोल वेरिएंट खरीदें। कौन सा वेरिएंट खरीदने में आपका ज्यादा फायदा होने वाला है।
क्या आपको पेट्रोल वेरिएंट खरीदना चाहिए और अपने 1,2 लाख जितने भी बच रहे वह बचा लेने चाहिए या फिर आपको 1,2 लाख एक्स्ट्रा देकर डीजल इंजन खरीदना चाहिए।
Creta & Nexon
लॉन्ग टर्म में आपको किसमें फायदा होने वाला है? यहां पर मैं दो मोस्ट पॉपुलर कार का एग्जाम्पल रखूंगा। होंडा की क्रेटा, दूसरी टाटा नेक्सॉन।
तो यहां पर टाटा नेक्सॉन का जो मोस्ट पॉपुलर वेरिएंट है सबसे ज्यादा वैल्यू फॉर मनी वेरिएंट है मेरे हिसाब से वह है क्रिएटिव प्लस। Which One Is Better Petrol Or Diesel Car
Creative +
तो इसको देख लेते हैं तो क्रियेटिव प्लस जो पेट्रोल में आता है उसकी एक्सशोरूम प्राइसिंग है 11.7 lakh और ऑन रोड आपको 13.5 lakh के आसपास पड़ेगी।
इसका अगर आप डीजल वेरिएंट देखो तो एक्स शोरूम आता है 13.09 lakh का, और ऑन रोड आएगा 15.38 lakh का। तो यहां पर ऑन रोड में अगर आप डिफरेंस देखो तो लगभग 1.8 लाख रुपये का है।
मतलब डीजल खरीदने के लिए सेम वेरिएंट में सेम कार में आपको नेक्सॉन के लिए ₹1,86,000 ज्यादा पे करना पड़ेगा। Which One Is Better Petrol Or Diesel Car
Creta SX
तो क्रेटा मे जो सबसे अच्छा वेरिएंट है वह है एसएक्स तो एसएक्स पेट्रोल आता है एक्स शोरूम 14.81 lakh का, और ऑन रोड पड़ेगा आपको 17.08 lakh का।
डीजल में अगर आप देखो तो एसएक्स आता है एक्स शोरूम 16.32 lakh का, और ऑन रोड पड़ेगा आपको 19.14 lakh का।
तो ऑन रोड में अगर आप डिफरेंस देखोगे तो लगभग 2.06 lakh रुपए का डिफरेंस है। मतलब क्रेटा मे सेम वेरिएंट में अगर आपको डीजल खरीदना है तो पेट्रोल के कम्पैरिजन में ₹2.06 lakh एक्स्ट्रा पे करना पड़ेगा।
Calculation Both Cars
अब यहां पर कैलकुलेशन करके मैं आपको एक दम सही बताता हूं कैसा क्या रहेगा। फॉर एग्जाम्पल आपने नेक्सॉन क्रियेटिव प्लस का पेट्रोल वेरिएंट खरीदा और मैंने नेक्सॉन क्रियेटिव प्लस का डीजल वेरिएंट खरीदा।
जब मैंने डीजल के लिए ₹1,86,000 एक्स्ट्रा पे करे। अब आपने पेट्रोल खरीदा, आपने 1,86,000 बचाए। ₹1,86,000 का डिफरेंस है यह आप कितने टाइम में अचीव करोगे?
तो मोटा मोटा मैं समझ लेता हूं कि आपने गाड़ी खरीदी है या मैंने जो गाड़ी खरीदी है वो हर साल हम 10,000 किलोमीटर चलाने वाले हैं। Which One Is Better Petrol Or Diesel Car
तो पेट्रोल कार को टेन थाउजेंड किलोमीटर चलाने में कितना पेट्रोल लगने वाला है? मैंने यहां पर लिया है कि पेट्रोल नेक्सॉन जो है वह ट्वेल्व का एवरेज निकालकर दे रही है और जो पेट्रोल का प्राइस है वह मेरी सिटी के हिसाब से ₹108 पर लीटर है। टोटल 10 हजार किलोमीटर चलने के लिए। टाटा नेक्सॉन पेट्रोल में 89000 रुपीस का पेट्रोल लगेगा। यह खाली पेट्रोल का कॉस्ट है।
अब डीजल में देख लो डीजल भी मैंने एग्जाम्पल लिया है कि आप 10,000 किलोमीटर ही चला रहे हो और डीजल नेक्सॉन का एवरेज 16 kmpl का or डीजल का प्राइजिंग है 94 रुपीस पर लीटर, तो यहां पर 10 हजार किलोमीटर डीजल नेक्सॉन चलाने में आपको तकरीबन फिफ्टी थाउजेंड कुछ रुपए का डीजल लगने वाला है।
तो यहां पर फ्यूल कॉस्ट में हर साल ₹31,000 बचाऊंगा, ₹31,000 कम पेय करूंगा आपके कंपैरिजन में क्योंकि आपने पेट्रोल खरीदी है। Which One Is Better Petrol Or Diesel Car
लेकिन आप ध्यान रखो कि मैंने इनीशियल आपके कंपेरिजन में ₹1,86,000 ज्यादा पे करे थे। अब सर्विस कॉस्ट को यहां पर ऐड कर लेता हूं तो मोटा मोटा अगर आप देखो तो हर साल पेट्रोल कार की आप सर्विस कराते हो, सेम डीजल कार की सर्विस कराते हो तो डीजल कार में लगभग हजार रुपए के आसपास का सर्विस कॉस्ट ज्यादा होगा।
मैं मान लेता हूं मोटा मोटा 31,000 नहीं बल्कि मैंने ₹30,000 बचाए डीजल कार खरीद के हर साल अगर मैं 10,000 किलोमीटर चलाता हूं आप भी 10,000 किलोमीटर चलाते हो तो।
लेकिन आपने इनिशियल कितने बचाए थे ₹1,86,000 क्योंकि आपने ₹1,86,000 कम पे करे थे मेरे कंपैरिजन में । अब 1,86,000 को अगर मैं थर्टी से डिवाइड करता हूं लगभग छह साल में यह नंबर सेम होता है।
मतलब आपने जितने इनिशियल बचाए अगर मैं डीजल खरीदता हूं तो लगभग छह साल में मैं उतने पैसे बचा पाऊंगा। किलोमीटर में अगर आप देखो तो लगभग 62,000 किलोमीटर का नंबर निकलता है और यह खाली फ्यूल कॉस्ट का कैलकुलेशन है। Which One Is Better Petrol Or Diesel Car
सेम यही अगर आप क्रेटा में देखोगे तो क्रेटा में भी होने वाला है। अगर मैं क्रेटा डीजल खरीदता हूं आप क्रेटा पेट्रोल खरीदते हो। लगभग 68,000 किलोमीटर के बाद आपका और मेरा जो कॉस्ट है वह सेम होने वाला है।
मतलब आप इनिशियल जो बचा लोगे और मैं जो इनिशियल पे करके फ्यूल कॉस्ट बचाऊंगा वह सेम होगा। अब यह वर्थ है कि नहीं है? देखो, अगर आपकी रनिंग लगभग 10,000 किलोमीटर है तो मेरे हिसाब से वर्थ नहीं है।
आप पेट्रोल की तरफ जाओ, आपको डीजल नहीं खरीदनी चाहिए क्योंकि आप देखो लगभग 68,000 लगभग आपको सात साल लगेंगे। Which One Is Better Petrol Or Diesel Car
आप डीजल खरीदने के लिए एक्स्ट्रा पे करोगे ना उसको रिकवर करने में और सिंपल कैलकुलेशन के साथ मैं दिखा रहा हूं ।
यहीं अगर आप सोचो कि डीजल खरीदने के लिए आपने जो ₹2 लाख एक्स्ट्रा पे करे उसको भी आपने लोन कराया तो उसमें नौ 10 परसेंट का इंटरेस्ट लगेगा। तो इंटरेस्ट पार्ट भी 20-30,000 का हो जायेगा।
तो यह नंबर सात साल नहीं बल्कि आठ साल हो जायेगा। फिर एक और केस होता है कि डीजल कार का जो लाइफ है वह किसी किसी स्टेट में जैसे दिल्ली की बात करें तो वहां पर 10 साल है, लेकिन पेट्रोल कार की जो लाइफ है 15 साल है ।
तो सोचो आठ साल बाद तो आप जो पैसे बचाने के चक्कर में फ्यूल कॉस्ट बचाने के चक्कर में डीजल खरीदा था, अब उसकी लाइफ दो साल बची है। लेकिन पेट्रोल जो बंदा खरीदा था, उसकी लाइफ अभी सात साल बची है।
अगर आप बेचना भी चाहोगे ना, तो भी आपकी मतलब रीसेल वैल्यू बिल्कुल खत्म हो जाएगी। तो एंड ऑफ द डे आप पूरा कैलकुलेट करोगे। आपके पास कुछ भी नहीं बचेगा।
अगर आप डीजल इंजन खरीदते हो तो बेहतर है कि आप इतनी रनिंग रखते हो तो आप पेट्रोल खरीदे। अगर आप इंडियन फैमिली की तरफ से देखो तो लगभग एक कार जो होती है वह 10-12,000 किलोमीटर ही चलती है घर में। हां, लेकिन यहीं पर अगर आप सोचो कि हर साल आप 30-35000 किलोमीटर चलाते हो।
रनिंग बहुत ही ज्यादा है 30-40000 किलोमीटर के आसपास। फिर यहां पर सीन उल्टा हो जाएगा फिर बेहतर है कि आप डीजल इंजन खरीदें तो आपको कैलकुलेशन समझ आ गया होगा।
इसी तरीके से मैंने यहां पर कैलकुलेट करके दिखा दिया। मोटा मोटा समरी यह है कि अगर आप नेक्सॉन में पेट्रोल खरीदते हो और मैं डीजल खरीदता हूं तो मैं डीजल खरीदते टाइम 2 लाख या ₹1,86,000 जो एक्स्ट्रा पे कर रहा हूं।
सोच रहा हूं कि मुझे माइलेज अच्छा मिलेगा। ठीक है, माइलेज में पैसे बचाऊंगा तो यह जो 1,00,086 पर मैंने एक्स्ट्रा पे करें ना इसको रिकवर करने के लिए मुझे छह साल से ऊपर या फिर 60,000 किलोमीटर से ऊपर चलाना पड़ेगा।
यहीं पर अगर मैंने लोन करा लिया जो अमाउंट पे किया डीजल कार के लिए तो फिर 7 से 8 साल नौ साल भी लग सकते हैं। Which One Is Better Petrol Or Diesel Car
तो बेटर है कि पेट्रोल लो और यही रीजन है कि अगर आप कैलकुलेशन पर जाओगे ना थोड़ा सा और समझदारी के साथ डिसीजन लोगे तो आप पेट्रोल वेरिएंट ही खरीदोगे।